MS Excel

Tools Menu (ALT+T):

1. Check spelling  F7 (चेक स्पेलिंग )
2. Calculate sheet Shift+F9  (कैलकुलेट शीट )
3.  Recalculate worksheet F9 (रेकलकुलेट वर्कशीट)
4.Convert Text to Number (कन्वर्ट टेक्स्ट टू नंबर)
5.Convert Text to hyperlink (कन्वर्ट टेक्स्ट टू हाइपरलिंक)
6.Share workbook (शेयर वर्कबुक)
7.Track change (ट्रैक चेंज)
8.Protect➤ (प्रोटेक्ट)
                Protect Sheet(प्रोटेक्ट शीट) 
                Protect workbook(प्रोटेक्ट वर्कबुक)
                Protect and share workbook(प्रोटेक्ट एंड शेयर वर्कबुक)
9.Goal seek(गोल सीक )
10.Formula Auditing (फॉर्मूला ऑडिटिंग)
11.Solver (सॉल्वर)
12.Macro (मैक्रो)
13.Add-ins (ऐड-इन्स)
14.Com add-ins (कॉम ऐड-इन्स)
15.Backup management(बैकअप मैनेजमेंट)
16.Option(ऑप्शन)
17.Switch UI(Y) (स्विच)

1. Check spelling  F7 (चेक स्पेलिंग ):

इस ऑप्शन का प्रयोग पेज पर गलत लिखे जा रहे वर्ड की जाँच करने के लिए किया जाता है। 

2. Calculate sheet Shift+F9  (कैलकुलेट शीट ):
इस ऑप्शन का प्रयोग एक्सेल में ओपन हुए सभी शीट को कैलकुलेट करने के लिए किया जाता है। 

3.  Recalculate worksheet F9 (रेकलकुलेट वर्कशीट):
इस ऑप्शन का प्रयोग वर्कबुक को पुनः कैलकुलेट करने के लिए किया जाता है। 

4.Convert Text to Number (कन्वर्ट टेक्स्ट टू नंबर):
इस ऑप्शन का प्रयोग इंटरनेट कनेक्ट होने पर नंबर को टेक्स्ट के रूप में कन्वर्ट करने के लिए किया जाता है। 

5.Convert Text to hyperlink (कन्वर्ट टेक्स्ट टू हाइपरलिंक);
इस ऑप्शन का प्रयोग इंटरनेट कनेक्ट होने पर सिलेक्टेड टेक्स्ट को हाइपरलिंक में कन्वर्ट करने के लिए किया जाता है। 

6.Share workbook (शेयर वर्कबुक):
इस ऑप्शन का प्रयोग डाटा को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में शेयर करने के लिए किया जाता है। 
यदि इस फॉर्मेट में शेयर करते है तो टाइटल बार पर शेयर लिख देता है और हमारी फाइल शेयर के रूप में कन्वर्ट  हो जाती है। इस अवस्था ;में हम वर्कबुक को लॉक नहीं कर सकते है। 

7.Track change (ट्रैक चेंज):
यदि इस ऑप्शन का प्रयोग करके वर्कशीट में कोई भो बदलाव करते है तो बदलाव किये गए सेल का बॉर्डर ब्लू कलर से हाईलाइट करता है। इससे यह ज्ञात होता है की एंट्री किये गए डाटा में से कौन सेल में परिवर्तन किया गया है। ट्रैक चेंज (Track change) ऑप्शन तभी हाईलाइट होता है जब हम अपने वर्कशीट फाइल को शेयर के रूप में सेव करते है। 

8.Protect➤ (प्रोटेक्ट):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक सबमेनु डिस्प्ले होता है। जिसमे दिए गए ऑप्शन के द्वारा वर्कशीट से सम्बंधित सेटिंग कर सकते है। 

 
A.  Protect Sheet(प्रोटेक्ट शीट) :
इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक बॉक्स डिस्प्ले होता है जिसे हम अपनी शीट को पासवर्ड द्वारा लॉक कर सकते है। ऐसा कर देने पर आप शीट में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं कर सकते है। 

B.  Protect workbook(प्रोटेक्ट वर्कबुक):
इस ऑप्शन का प्रयोग अपनी वर्क फाइल को लॉक करने के लिए किया जाता है। 

C.  Protect and share workbook(प्रोटेक्ट एंड शेयर वर्कबुक):
इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर प्रोटेक्शन के बारे में सभी ऑप्शन को ऑफ कर सकते है। जिससे आप अपनी शीट को लॉक नहीं कर पाएंगे। 

9.Goal seek(गोल सीक ):
इस ऑप्शन का प्रयोग कार्य की जा रही शीट में क्रमश इनपुट की गयी वैल्यू का सम प्राप्त करने के लिए किया जाता है। सम प्राप्त करने के बाद किसी विशेष सेल में परिवर्तन करके टोटल वैल्यू में चेंजिंग कर सकते है। 

10.Formula Auditing (फॉर्मूला ऑडिटिंग):
इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड सेल में प्रयोग किये जा रहे फॉर्मूले से सम्बंधित सेटिंग करने के लिए किया जाता है तथा फार्मूला से सम्बंधित स्टेप के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है। 

11.Solver (सॉल्वर):
इस ऑप्शन के द्वारा इंटरनेट कनेक्ट होने पर पहले से  प्रयोग किये जा रहे फॉर्मूले से रेलेटेड अन्य फार्मूला या स्ट्रक्टर या सिंटेक्स इन्सर्ट कर सकते है। 


12.Macro (मैक्रो):
इस ऑप्शन का प्रयोग वर्कशीट में किये जा रहे कार्य को रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है। 
यदि हम रिकॉर्ड किये गए कार्य को देखना चाहते है तो रिकॉर्ड में दिए गए रन मैक्रो का प्रयोग करते है। 

13.Add-ins (ऐड-इन्स):
इस ऑप्शन का प्रयोग पहले से किसी डिस्क या ड्राइव में रखी गयी फाइल को प्रेजेंट टाइम में ओपन वर्कशीट पर इन्सर्ट करने के लिए किया जाता है। 

15.Backup management(बैकअप मैनेजमेंट):
इस ऑप्शन का प्रयोग बनाई जा रही फाइल को बैकअप के रूप में इन्सर्ट करने के लिए किया जाता है। 

16.Option(ऑप्शन):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक सबमेनु डिस्प्ले होता है जहा से हम एक्सेल से सम्बंधित इंटरनल सेटिंग कर सकते है। 

उदहारण :  Gridline को ऑन /ऑफ करना ,Gridline के कलर को चेंज  करना,स्क्रॉल बार को लॉक करना ,Inter Key की डायरेक्शन को चेंज करना  इत्यादि।