हार्ड डिस्क क्या है


Hard Disk (हार्ड डिस्क ):

हार्ड डिस्क एक प्रकार का स्टोरेज डिवाइस होता है। इसका प्रयोग बहुत अधिक मात्रा में आकड़ो को संग्रहित करने के लिए किया जाता है।
इसका उपयोग मुख्यतः लैपटाप या कंप्यूटर में किया जाता है। हार्ड डिस्क डाटा को स्टोर करने के लिए एक या एक से अधिक बार घूर्णन करती है। हार्ड डिस्क की संग्रहण क्षमता GB (गीगाबाइट ) या TB (टेराबाइट ) मापा जाता है। 

सॉलिड डिस्क ड्राइव (SSD):

यह एक स्टोरेज डिवाइस है। जो किसी भी डाटा को हार्ड डिस्क की अपेक्षा कम समय में रीड(पढ़ना) कर सकती है। अर्थात इसमें डाटा इसमें डाटा तीव्र गति से स्टोर किया जा सकता है। 
यह एक प्रकार की मेमोरी है जिसमे SSDs फ्लैश-आधारित मेमोरी का उपयोग करके हार्ड डिस्क की जगह इसका उपयोग कर सकते है।
सॉलिड-स्टेट ड्राइव (SSD) कंप्यूटर में उपयोग होने वाली एक नई पीढ़ी का स्टोरेज डिवाइस है।  




CD Rom (Compact Disk Read Only Memory):

इस डिवाइस के माध्यम से हम कंप्यूटर के किसी सॉफ्टवेयर एवं  प्रोग्रम को इंस्टाल करने का कार्य करते है। इसके साथ ही हम किसी फिल्म अथवा गाने को सी डी में उपलोड कर सकते है। 



Important Point (महत्वपूर्ण बिंदु ):

8 Bit = 1 Byte
1024 Byte = 1 KB (किलोबाइट )
1024 KB = 1 MB (मेगाबाइट )
1024 MB = 1 GB (गीगाबाइट )
1024 GB = 1 TB (टेराबाइट )

Memory(स्मृति )

जिस तरह से मनुष्य को कार्य करने के लिए मस्तिष्क की आवश्यकता होती है। ठीक उसी प्रकार कंप्यूटर को कार्य करने के लिए मेमोरी की आवश्यकता होती है। कंप्यूटर में मुख्य रूप दो मेमोरी होती है। 

  1. Primary memory(मुख्य मेमोरी )
  2. Secondary memory(माध्यमिक मेमोरी )

Primary Memory (मुख्य मेमोरी ):

यह कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी होती है। क्योकि इसके बिना हम कंप्यूटर पर कार्य नहीं कर सकते है। इसका सम्बन्ध कंप्यूटर की ऑपरेटिंग क्रिया से होती है। अर्थात इसके बिना कंप्यूटर को ऑपरेट नहीं किया जा सकता है। 
यह मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है। 
  1. ROM (Read only memory)
  2. RAM (Random access memory)

1. ROM (Read Only Memory):

इस प्रकार की मेमोरी का प्रयोग कंप्यूटर में लिखित डाटा को पढ़ने तथा उसके अनुसार कार्य करने के लिए किया जाता है। इसलिए इसे रीड ओनली मेमोरी कहा जाता है। यह मेमोरी चिप के रूप  हमारे कंप्यूटर के मदरबोर्ड में लगी होती है। इसमें डाटा स्थाई रूप से स्टोर होता है। जिसको मिटाया या नष्ट नहीं किया जा सकता है। इसलिए इसे स्थाई मेमोरी भी कहतेहै है। 

2. RAM (Random Access Memory):

यह एक ऐसी मेमोरी होती है जहाँ सभी प्रकार के डाटा स्टोर होती है। जब हम कंप्यूटर में कोई भी इफॉर्मेशन इनपुट करते है  तो वह प्राइमरी मेमोरी में होती है। इनफार्मेशन  को प्राइमरी मेमोरी तक ले जाने जिस मेमोरी का प्रयोग किया जाता है उसे रैंडम एक्सेस मेमोरी कहते है। 




Secondary Memory (माध्यमिक मेमोरी ):

कंप्यूटर  को दी गई सूचनाओं एवं निर्देशों से प्राप्त परिणाम को स्टोर करने के लिए सेकडरी स्टोरेज डिवाइस का प्रयोग किया जाता है। इसे वैकल्पिक मेमोरी भी कहते है। इस प्रकार की मेमोरी में डाटा एवं निर्देशों को स्थाई रूप से स्टोर कर के रख सकते है। 
उदहारण : फ्लापी डिस्क , हार्ड डिस्क ,सी डी  रोम ,आदि। 


Floppy Disk(फ्लापी डिस्क ):

इस स्टोरेज डिवाइस का निर्माण 1970 ई ० में हुआ। इसमें डाटा बहुत जल्दी संग्रहित होता है। यह प्लास्टिक से बनी एक गोल डिस्क होती है जिस पर मैगनेटिक लेयर बिछी होती है। यह प्लास्टिक के एक कवर में होता  है। 
जिसमे हम किसी भी डाटा को स्टोर कर सकते है।