कंप्यूटर भाषाएँ
कंप्यूटर की भाषा एक प्रकार का कोड है जिसे प्रोग्रामर द्वारा विकशित किया जाता है। कंप्यूटर की भाषा सॉफ्टवेयर और प्रोग्राम के बीच समंध स्थापित करने के लिए जिम्मेदार है।कंप्यूटर की भाषा की मदद से एक कंप्यूटर उपयोगकर्त्ता कंप्यूटर से डेटा प्रोसेस करने के लिए आवश्यक कमांड की पहचान अच्छे तरीके से कर सकता है।
कंप्यूटर की इन भाषाओं को तीन भागो में बता गया है।
1.मशीनी भाषा
2.असेम्बली भाषा
3.उच्च स्तरीय भाषा
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मशीनी भाषा:
यह भाषा कंप्यूटर की मूल भाषा है। इस भाषा को CPU (Central Processing Unit) के द्वारा समझा जाता है।कंप्यूटर की इस भाषा को किसी व्यक्ति के लिए समझना आसान नही है क्योंकि इस भाषा मे कोई भी कमांड देने के लिए बाइनरी अंको(केवल एक 1 और शून्य 0) का प्रयोग कंप्यूटर द्वारा किया जाता है।
असेम्बली भाषा :
उच्च स्तरीय भाषा:
1. फारट्रान(FORTRAN)|~ इस भाषा का विकाश गणितीय सूत्रों को आसानी से हल करने के लिए किया गया है।
2. कोबोल(COBOL)~ इस भाषा का विकाश व्यवसाय के उद्देश्य से किया गया ।
3. अल्गोल(ALGOL)~ इस भाषा का विकाश जटिल बीजगणितीय गणनाओ हेतु किया गया।
4. पास्कल(PASCAL)~ यह भाषा अल्गोल भाषा का ही विकशित रूप है।
5. कोमाल(COMAL)
6. लोगो(LOGO)
7. प्रोलॉग(PROLOG)
8. फोर्थ(FORTH)
9. बेसिक(BASIC)
स्मरणीय तथ्य(Memorable Facts):
- प्रथम व्यापारिक कंप्यूटर यूनिवैक-1 (UNIVAC-1) का निर्माण 1954 ई. में GEC (General Electric Corporation) ने किया।
- प्रथम माइक्रो प्रोसेसर 'इंटेल-4004' का निर्माण इंटेल कंपनी द्वारा 1970 ई. में किया गया।
- प्रथम व्यवसायिक माइक्रो कंप्यूटर 'एप्पल-!!' का निर्माण 1977 ई. में किया गया।
- इंटीग्रेटेड सर्किट (IC) का विकाश 1958 ई. में जैक किल्वी तथा रॉबर्ट नोयी द्वारा किया गया ।
- विश्व का सबसे तेज़ कंप्यूटर आई बी एम(IBM) द्वारा निर्मित 'ब्लू जीन' (Blue Gene) है।
- भारत का सबसे तेज़ कंप्यूटर 'एका' (EKA) (टाटा के CRL पुणे द्वारा विकशित) है।
- IBL के 'डीप ब्लू' (Deep Blue) कंप्यूटर ने शतरंज के विश्व चैंपियन गैरी कास्परोव को पराजित किया था।
- विश्व के प्रथम सुपर कंप्यूटर 'क्रे० के०-1एस' (Cray के-1S) का निर्माण अमेरिका की क्रे रीसर्च कंपनी ने 1979 ई. में किया।
- भारत के प्रथम सुपर कंप्यूटर 'फ्लोसाल्वेर' का विलाश NAL बेंगलुरु द्वारा किया गया।
- भारत के पर सीरिज के सुपर कंप्यूटर 'परम- 1000' एवं 'परम पद ' का निर्माण सी- डैक (C-DAC), पुणे द्वारा विकशित किया गया।
- 'अनुपम' सीरीज के कंप्यूटर का विकास बार्क (BARC- Bhabha Atomic Reaserch Centre), मुम्बई द्वारा किया गया।
- 'पेस' ( Pace) सिरीज़ के सुपर कंप्यूटर का विकास 'डीआरडीओ' ( DRDO Defense Research and Development Organisation) , हैदराबाद द्वारा किया गया।
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