Tor ब्राउज़र क्या है:

आपको बता दे की टोर एक विशेष प्रकार का ब्राउज़र है। जो इंटरनेट में हमारी पहचान छुपाने के लिए प्रयोग किया जाता है। टोर ब्राउज़र का मुख्य कार्य डिवाइस की पहचान को छुपाना है। इस ब्राउज़र को मुख्य रूप से (विंडोज,आईओएस तथा एंड्राइड)ऑपरेटिंग सिस्टम में प्रयोग में लाया जाता है। टोर ब्राउज़र के मुख्य उद्देश्य उपयोगकर्ता की गोपनीयता की सुरक्षा है। 

इंटरनेट पर ऐसी बहुत सी चीजे है। जिन्हे सर्च इंजन खोज नहीं पाते, जिसे गूगल जैसा आधुनिक सर्च इंजन भी नहीं खोज सकता। उसे टोर ब्राउज़र की मदद से इंटरनेट पर खोजै जा सकता है। जैसे डार्क वेब (डीप वेब) ,इंटरनेट अधिकतर हिस्सा डार्क वेब में निहित है। एक रीसर्च के अनुसार एक नार्मल व्यक्ति इंटरनेट का मात्र 4% हिस्सा ही प्रयोग कर सकता है बाकि का 96% डार्क वेब है जिसे एक नार्मर इंटरनेट उपभोक्ता उपयोग नहीं कर सकता है।



टोर ब्राउज़र कैसे करता है:

टोर ब्राउज़र को ओपन करने पर यह अपने सर्वर से कनेक्ट होता है और वही से यह ब्राउज़र आपके डिवाइस की  IP एड्रेस को हाईड(छुपाना) करके खुद की IP एड्रेस की एक सर्किट बनाता है। 

इस ब्राउज़र द्वारा बनाई गई सर्किट Onion (प्याज) की आकृति के सिद्धांत पर बनाई जाती है। जैसे प्याज के एक छिलके के नीचे दूसरा छिलका उसके बाद तीसरा छिलका ऐसे करके छिलको का एक समूह सर्किट के रूप में होती है। ठीक उसी प्रकार क से टोर ब्राउज़र में एक IP एड्रेस  के बाद दूसरा IP एड्रेस उसके बाद तीसरा IP एड्रेस इस प्रकार की एक सर्किट बना कर उपयोगकर्ता की गोपनीयता की सुरक्षा करता है। 


टोर ब्राउज़र के उपयोग के परिणाम:

टोर ब्राउज़र के उपयोग से आप अपने IP एड्रेस को छुपा सकते है। अर्थात आप इंटरनेट पर कोई भी चीज सर्च करेगे तो आपका सर्विस प्रोवाइडर या कोई अन्य संगठन या व्यक्ति आसानी से आपके डिवाइस की IP एड्रेस की पहचान नहीं कर पायेगा। 

टोर ब्राउज़र आपकी गोपनीयता की सुरक्षा की पूरी गारंटी(जिम्मेदारी) नहीं लेता है।